कोई भी चीज स्थाई नहीं है.... सब बदलता है !
जब वक्त ख़राब हो तो ....भागिए मत, रुकिए समय को समय दो, जब वक्त अच्छा हो...तो भी भागिए मत, रुकिए अपने अहम का वहम न हो ! कोई भी चीज स्थाई नहीं है.... सब बदलता है, दुःख...सुख में, कष्ट...आराम में, आंसूं... मुस्कान में, ये सब मुमकिन है तभी जब वक्त के बदलने देने का हम इन्तजार करें, वक्त को चलने दें...हम ठहरें ...,,, और हम वक्त को बदलने दें, न की हम वक्त के आगे समर्पण कर दें और हार मान लें !