नकारात्मक लोगों व उनकी बातों से अपने आप को अलग कर लें, ताकि इस वायरस का आपके तन और मन पर कोई प्रभाव न पड़े !
हर बात, हर शब्द, हर वस्तु, हर लोग...... जरुरी नहीं है की आप के लिए ही हों, उन पर आपका नाम लिखा हो, पर हम में से ज्यादातर लोग हर बात को, हर चीज को भाग कर पकड़ने के लिए इतने आतुर होते हैं की जो बात, जो शब्द चाहे किसी और के लिए भी कहें गए हों , उनका बोझ उठा लेते है, जैसे पूरी दुनिया का वजन शायद उन्ही के लिए है, और अगर वह उसे नहीं उठाएंगे तो प्रलय आ जाएगी ! भगवान ने उनको सिर्फ धरती पर जैसे इसी लिए ही भेजा हो कि "जाओ वत्स, दुनिया के लोगों का बोझ हल्का करो.....मैं किसी को भी दूँ, तुम उसको लपको तुम्हारे लिए हो या नहीं फिर भी लपको और फिर उस बोझ के वजन से......टपको "! ऐसे लोग हमेशा दुःखी रहतें हैं और अपने आस-पास के लोगों को भी दुःखी रखतें हैं, उनके आस-पास नकारात्मक वातावरण हमेशा बना रहता है, यह वो लोग होते हैं जो किसी भी चर्चा के बाद आपको यह बताने से नहीं चुकेंगें की फलाने ने जो कटु वचन कहें हैं वो आपके लिए थे, आप चाहे या न चाहे वो बार- बार आपकी दिशा को बदलने का प्रयास करेंगे, पर आप कायम रहे क्योंकि कुछ समय पश्चात यही लोग आपको इन शब्दों के बोझ तले दबे मिलेंगे ! एक बात जी