सब्र का फल मीठा होता है....और बेसब्री सदा नुक्सान पहुंचाती है !
सब्र का फल मीठा होता है....और बेसब्री सदा नुक्सान पहुंचाती है, सब्र को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और अपने जीवन में सब्र करना सीखिए, सब्र से हो सकता है कि समय रहते शायद आप बहुत ज्यादा कुछ हासिल न कर सकें, पर बेसब्री से आपका नुक्सान निश्चित है और वह भी तुरंत बिना किसी देरी के ! इसलिए जो मिला है, जो आपके पास है सब्र कर उसका आनंद लें, और जो तुम्हे मिलने वाला है उसके लिए बिना हड़बड़हाट सब्र करें, जी हाँ, गिरकर उठने का सब्र, न की उठने से पहले ही गिरने की बेसब्री, अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाने तक का सब्र, न की अपनी कमजोरी में और कमजोर होने की बेसब्री, जब कभी ऊर्जा कम लगे तो ऊर्जा के वापिस लौटने का सब्र, न की उसके आगे समर्पण कर बिखर जाने की बेसब्री, हमेशा ध्यान रहे तूफानों में वही लोग दुर्घटना ग्रस्त होते हैं जो तूफ़ान में सब्र नहीं करते और उनकी बेसब्री के कारण वह तूफ़ानों से जल्द से जल्द निकलने के चक्कर में बिना उसके रुके उससे जा भिड़ते हैं और जो अपनी गाडी, अपनी रफ़्तार को सब्र की ब्रेक लगा लेते हैं वह एक तरफ रूककर तूफ़ान के थमने का इन्तजार करते हैं और अंत मेंसब्र के साथ सकु