काम में सफल होने के सरल और महत्वपूर्ण नियम ....!


काम में सफल होने के सरल और महत्वपूर्ण नियम  :
१)          किसी भी काम को immediately न नहीं कहिये, एक बार तो हाँ कीजिए क्योंकि बहुत सी बार उस काम को करने के तरीके जब आप सोच ही रहे होतें हैं, तब तक उस काम की जरुरत ही खत्म हो जाती है ! 
२)      काम करिए उसमें सफल होंगें या असफल मत सोचिये, क्योंकि जिन्दगी में निन्यान्वे प्रतिशत वो बातें कभी नहीं घटती जिनकी चिंता हम करतें हैं ! 
३)         सब हो जायेगा वाली philosophy पर चलिए, कैसे होगा और कब होगा काम हाथ में आने के बाद में सोचिये ! 
४)      जिस काम में आपका हुनर हो, आपको उसकी महारत हासिल हो उस काम  को तो जरुर लें, छीन कर लें और अपने अंदाज में पूरा करें ! 
५)       अपने सभी काम पूरे हो जाने बाद भी एक साथ कभी मत दिखाएँ, कुछ कामों को खत्म हो जाने के बाद भी, किसी सही समय पर दिखाने के लिए बचा कर रखें ! 
६)        किसी भी काम को शुरू करने से पहले थोडा रुकिए और एकांत में विचार कीजिए की किस तरह से इस काम को सरलता और सफलतापुर्वक, effective तरीके से कैसे किया जा सकता है!  काम को करने से पहले उसका paper work जरुर कीजिए और काम को किस तरह करना है की तयारी में ज्यादा समय लगाइए, क्योंकि यह तय है की अगर आपका पेपर-वर्क जबरदस्त है तो आपका काम भी systematic होगा, जबरदस्त होगा और उसका परिणाम भी ! 
७)      अपने कार्यों को सूची बना कर काम करें, क्या जरुरी है उसको पहले करें पर इसका मतलब यह नहीं है की बाकी काम बाद में करें, उनकी भी तयारी और कम से कम शुरुआत जरुरी काम के साथ ही कर दें, चाहे तो इसमें किसी और की मदद ले सकतें हैं, उसको करने के तरीके बता कर अपने जरुरी काम में लग जाएँ ! 
८)      हमेशा multiple front पर काम करें, ताकि अगर आप एक front पर  fail भी हों तो आपका दूसरा काम लोगों को दिखाई दे सके ! 
९)       हमेशा अपने ऊपर वालों से नीचे ही दिखें, उनसे बेहतर भले ही आप काम कर रहें हों पर उसका क्रेडिट उनको देते रहें ! 
१०)      आप का अगला कदम क्या होगा इसकी भनक आपके पहले कदम को भी न लगे......यानि काम करते रहें और उसके खत्म होने तक, उसका ज्यादा प्रचार न करें क्योंकि आपके काम खत्म होने से पहले  copy cat बहुतेरे मिल जायेंगे, जो आपके काम में रूकावट डाल सकतें हैं या आपकी योजनाओं को विफल कर सकतें हैं ! 
११)      अपने काम की सफलता के तरीकों को अपने तक ही सीमित रखें, अपने ज्ञान को सस्ते में न बेचें न ही उसका ज्यादा प्रचार-प्रसार करें ! 
१२)     अपने काम को एकाग्रता के साथ करें, जितने लोगों की जरुरत हो उतने लोगों की team ही बनाएँ, भीड़ इकट्ठी न करें- भीड़ से हट कर चलें , भीड़ का हिस्सा कतई न बनें ! 
१३)     काम को उत्साह से करें, काम को आनन्द से करें, मजे से और मजे में किया गया काम कभी तनाव पैदा नहीं करता और परिणाम भी अपेक्षा से ज्यादा देता है ! 
१४)     जितनी जरुरत हो उतना ही बोलिए, जरूरत से ज्यादा बोलने पर अपनी आप अपनी energy को कम और अपने दुश्मनों की संख्या में इजाफ़ा करते हैं, इससे ज्यादा कुछ भी नहीं ! 
१५)      Keep distance यानि दुरी बना कर चलिए अपने नीचे वालों से भी और ऊपर वालों से भी तभी आप सुखी रहेंगे ! 
१६)    यह ग़लतफ़हमी अपने दिमाग से निकाल दें की आपके बगैर कोई काम नहीं हो सकता, करने वालों की कतार लगी पड़ी है एक बार आप मौका छोड़ कर तो देखिये, इसलिए कोई काम दे, उससे पहले उसको लें, इंतजार न करें, क्योंकि आप किसी की तलाश को आसान बना रहें हैं !

सफलता सब को इसलिए नहीं मिलती, क्योंकि हममें से ज्यादातर लोग उसको तलाश रहें हैं, जबकि वह हमारे अंदर है......और वह सिर्फ और सिर्फ हमारे रवये पर निर्भर करती है ! 

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