सपने देखना आसान है.....किन्तु सपनों को हकीकत की कैनवास पर उतारना उससे भी कहीं ज्यादा आसान है !



अगर ऊँचा मुकाम पाना है तो सपने देखिये.....,

और मुकाम को वाकई में हासिल करना है तो सपनों को हकीकत में बदलिए....,
सपने देखना आसान है किन्तु सपनों को हकीकत की कैनवास पर उतारना उससे भी कहीं ज्यादा आसान है...,
जी हाँ , बिलकुल सही पढ़ा आपने सपनों को हकीकत में तब्दील करना बहुत आसान है...क्योंकि सपनों में दिखी चुनौतियां असल में हकीकत में हमारे सामने आती ही नहीं हैं और बिना वजह उनके लिए हमें परेशान होने की जरुरत रत्ती भर भी नहीं है !
सपने देखना हमारे विकास के लिए बहुत ही जरुरी है क्योंकि यही वह हैं जो हमें चलने या आगे बढने के लिए प्रेरित करतें हैं, सपने हैं...तभी हमारी यात्रा है नहीं तो जीवन में विराम है, सपने हैं जो हमें सफलता के लिए प्रेरित करतें हैं, सपने हैं तभी हमारी प्रगति है, इसलिए सपने जरुर देखिये और सपनों को अपनी हकीकत बनाइये और जो आपकी हकीकत है वही आपके सपने भी हों !
सपनों में आपने अपने लिए जो चुनोतियाँ चुनी है, उनको हकीकत में आसानी से पूरा किया जा सकता है इसके लिए बस जरुरत है इन बातों को ध्यान में रखने की:

1)           “आप कर सकतें हैं” की सोच विकसित करें,
2)            योजनाबद्ध और चरणबद्ध तरीके से आगे बढें, ओवर स्टेप्स न करें,
3)           कोई भी काम मुश्किल नहीं होता हमारा नजरिया उसको कठिन बनाता है,
4)           कोई भी काम नामुमकिन नहीं है बस तब तक जब तक की हम शुरुआत नहीं करते, इसलिए एक छोटी सी शुरुआत करें,
5)            अपने सपनो का खाखा चरणबद्ध तरीके से अपने दिमाग में उतारिए,
6)        हर चरण को पूरा करने के लिए आपके पास पर्याप्त साधन हों और अपनी क्षमता के अनुसार पर्याप्त समय हो,
7)           योजनाओं के विफल होने पर उनका alternate आपके सामने हो,
8)           अपनी रफ़्तार अपने नियंत्रण में रखें, सपने पुरे करने की कोशिश में कहीं अपने न बिखर न जाए, इसलिए सपनों और अपनों में सामंजस्यता बनाए रखें,
9)           अपने काम को बोलने दें, खुद शांत रहें,
10)        आपका प्रयास सार्थक हो, अपनी मंजिल और मुकाम के लिए हो, रास्ते की कठिनाइयाँ सब छोटी लगेंगीं,
11)     बोलने वाले बहुत मिलेंगे पर अपनी कीमत को तोलने वाले सिर्फ आप ही हैं, अपने को किसी से भी कमतर न समझें,
12)        जो आपका है वो आपके हिस्से जरुर आएगा...यह तय है,
          सपने और हकीकत के फासले  के बीच की रेखा को भरना बहुत आसान है..........बस जरुरत है चलने की, सपनों को हकीकत में बदलने की !
                                        सपनों को दें नई उड़ान, फूंक पंखों में जान,  
                               मजबूत हैं इरादे जिनके, बुलंद होसले होते हैं उनकी पहचान !

Comments

Anonymous said…
Sundarta Very nice..very useful and informative content
thanks.....keep smiling !

Popular posts from this blog

आप या तो जीतते हैं या फिर सीखते हैं….हारते नहीं !

कल कभी नहीं आता....अगले दिन फिर वो आज बन जाता है कल नहीं रहता !

संघर्ष ही जीवन है....हार मिथ्या है, संघर्ष करें....समर्पण नहीं !