आपका व्यक्तित्व- आपके शब्दों, आपके विचारों की नींव पर टिका है !




मीठी वाणी और मीठी वीणा जब मिलते हैं, तो एक सुन्दर संगीत का निर्माण होता है, उसी तरह स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन का जब मिलन होता है तो एक बेहतरीन व्यक्तित्व का निर्माण होता है !

जिस तरह मीठी वाणी और वीणा मिल कर एक बेहतरीन संगीत को जन्म देतें हैं जो लम्बे समय तक हमारे जहन में रहता है, उसी तरह सकारत्मक बोल, सकारात्मक सोच एक बेहतरीन व्यक्तित्व को जन्म देतें हैं, जिसका वजूद सदा कायम रहता है आपके साथ भी और आपके बाद भी.....!

मीठे सुर जिस तरह सदा सुकून देतें हैं, उसी तरह मीठे बोल मिश्री का काम करते हैं, इसलिए शब्दों को तोल कर और मोल कर बोलिये, आपका व्यक्तित्व- आपके शब्दों, आपके विचारों की नींव पर टिका है !

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