जीवन में हमेशा सकारत्मक बनिए, नकारात्मकता के बुलबुले स्वतः ही शांत हो जायेंगें !


सकारात्मक व्यक्ति रुक सकता है, धीमा हो सकता है, किन्तु दुनिया की कोई भी ताकत उसको ज्यादा देर तक रोके नहीं रख सकती, उसे बहुत देर तक उसे धीमा नहीं कर सकती, रुकावटें उसके लिए पानी के वह बुलबुले हैं जो क्षण भंगुर हैं जो क्षण भर के लिए हैं और उसे पता है कि उसकी ऊर्जा बुलबुलों को शांत करने के लिए पर्याप्त है !

पानी में उतरेंगें तो जल हमेशा शांत ही हो  ऐसा जरुरी नहीं है, नकारात्मक लोग-नकारात्मक बुलबुले के सामान, बीच-बीच में आपकी रफ़्तार को रोकना चाहेंगें, आपकी दिशा बदलना चाहेंगें लेकिन उन बुल-बुलों को नजरअंदाज कर दें उनको अपने हाल पर छोड़ दें, उनका देर-सवेर आपके रास्ते से शांत होना और उनका गायब होना तय है, हमेशा ध्यान रखना की अपनी ताकत को बुलबुलों के लिए कभी ज़ाया न करना !

जीवन में हमेशा सकारत्मक बनिए और सदा अपने काम में ध्यान लगाएं, 
नकारात्मक बुलबुले........जी हाँ नकारात्मकता के बुलबुलों को उनके हाल  पर छोड़ दें,
वह बुलबुले स्वतः ही शांत हो जायेंगें !

समय-समय पर यह बुलबुले आपके जीवन में आते रहेंगें यह आप पर है की आप इन नकारत्मक बुलबुलों-नकारात्मक लोगों को कितनी तवज्जो देतें हैं और कितनी नहीं, आपको इनको  नजरअंदाज करना होगा और अगर आपने ऐसा नहीं किया तो एक बुलबुले से हजारों बुलबुले आपको घेर लेंगें , आपकी दिशा और दशा भटकाने के लिए ! 

ध्यान रहे- हवा को भी गुमान था अपने आज़द होने पर उसको भी बेच दिया किसी ने गुब्बारे में भर कर, पानी को भी गुमान था अपने  उन्मुक्त बहने पर उसको भी बेच दिया किसी ने बोतल में भर कर, तो इसलिए इन बुलबुलों, नकारात्मक लोगों को अपने जीवन का हिस्सा कभी न बनने दें  !

सकारत्मक बनिए, ऊर्जावान बनिए,  प्रगतिशील बनिए- जीवन जीने की यही सही मायने हैं !







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