जिंदगी की गाडी में पांच चीजों का होना बहुत जरुरी है !
जिंदगी की गाड़ी अपनी सही गति से, बिना दुर्घटना के अपनी मंजिल तक पहुँच सके इसके लिए आपकी जिंदगी की गाड़ी में पांच चीजों का होना बहुत जरुरी है:
१) स्टियरिंग
२) गियर
३) एक्सेलरेटर
४) क्लच और
५) ब्रेक
आप को लग रहा होगा की यह पाँचों चीजें तो किसी गाड़ी के लिए जरुरी है न की हमारे जीवन के लिए, इन पाँचों चीजों का हमारे जीवन से क्या वास्ता चूँकि जिंदगी का रास्ता बड़ा है तो इनका वास्ता भी बड़ा है तो इन पाँचों को हमारे लिए समझना भी बहुत जरुरी है :
१) स्टीयरिंग : स्टीयरिंग हमारी जीवन की गाडी को दिशा प्रदान करता है और इस का सही इस्तेमाल हमें जीवन के ऊँचें-नीचे, सीधे और घुमावदार रास्तों पर कायम रखता है, यह स्टीयरिंग और कोई नहीं बल्कि हमारा जिंदगी को जीने का, मुश्किलों से मुकाबला करने का और अपने परिवार और अपनों के प्रति हमारा रवैया है, यही स्टीयरिंग, यह रवैया हमारी जिंदगी की गाडी को सही दिशा प्रदान करता है और अगर हम अपने स्टीयरिंग को, अपने रवैया को सही तरह से संभाले रखेंगें तो हम ऊँचे-नीचे, टेढ़े -मेढे, कठिनाइयों से भरे रास्तों पर बिना किसी मुश्किल के सही दिशा में आगे बढ़ते रहेंगें और राह के बीचों-बीच अपने रास्तों से, अपनी दिशाओं से भटकने से बचेंगें इसलिए अपना रवैया सदा सकारत्मक रखें !
२) गियर: गियर जब कभी भी हमें अपने जीवन की गाडी की रफ़्तार को कम या ज्यादा करना पड़ता है तो उस समय यह भी जरुरी है की हमारे गियर की पोज़िशन भी सही स्थान पर हो, ताकि हमारी गाडी झटके से बंद न हो और न ही किन्हीं झटकों से उसके बंद होने की संभावना हो, यह गियर और कुछ नहीं बल्कि हमारी बुद्धिमतता है जो हमें अपने सफर में यह बताती रहती है की कब हमें अपनी बुद्धिमतता का इस्तेमाल करना है और कब गति के अनुसार, कब रुकावटों के अनुसार, सफर की मुश्किलों और कठिनाइयों के अनुसार अपनी बुद्दिमानी का इस्तेमाल कर अपनी योजना समय समय पर बदलते रहना पड़ सकता है और जब कभी लगे की सब चीजें सही तरीके से चल रहीं हैं तो जीवन की गाडी को अपने टॉप गियर में डाल लें और यह तभी मुमकिन है जब आप समय-समय पर अपनी बुद्विमानी के गियर को सही पोजीशन पर रखते रहेंगें !
३) एक्सेलेटर: किसी भी गाडी की रफ़्तार कम या ज्यादा करने के लिए हमें एक्सीलेटर की जरूरत पड़ती है, हमारी जीवन रूपी गाडी में एक्सीलेटर का काम हमारा किसी भी चीज के प्रति नजरिया और संस्कार हैं और जिसके कारण हम अपने जीवन की गाडी की रफ़्तार को मुश्किलों में भी कायम रखतें हैं और हमारे संस्कार, हमारा सकारात्मक नजरिया हमें अपनी मंजिल तक पहुँचने में मदद करते हैं !
४) क्लच: अगर आप अपनी गाडी के गियर को बिना क्लच दबाये बदलेंगें तो गियर बदलने में मुश्किल होगी, हमारे जीवन में क्लच और कोई नहीं वह हमारा कर्म है, वह हमारा काम है इसलिए बुद्धिमतता के गियर साथ कर्म का सामंजस्य होना बहुत जरुरी है तभी हम अपने जीवन की गाडी को सही तरह से चला पायेंगें !
५) ब्रेक: जीवन में हर चीज की अपनी अहमियत होती है और अगर आप सब कुछ भूल, अपने रिश्तों की अहमियत को भूल, अपने अपनों को भूल अपनी गति, अपनी वाणी पर नियंत्रण नहीं रखतें तो आपकी दुर्घटना होना तय है आपका अंत तय है ! रफ़्तार और रोक दोनों पर आपका नियंत्रण होना बहुत जरुरी है ताकि आप अपनी दिशा से न भटकें, अपने रिश्तों की मिठास से न भटकें, अपनी वाणी से नभ भटके और संयमित रहें इसलिए समय-समय पर ब्रेक का इस्तेमाल करते रहें !
जिंदगी की गाडी को दिशा भी चाहिए, गति भी चाहिए,
और समय-समय पर लगाम भी चाहिए,
जिंदगी एक महाभारत है, जहाँ तुम कृष्ण भी हो,
और कभी रामायण सी है जन्दगी जहाँ अहम् को चूर करने वाला राम भी चाहिए !
और समय-समय पर लगाम भी चाहिए,
जिंदगी एक महाभारत है, जहाँ तुम कृष्ण भी हो,
और कभी रामायण सी है जन्दगी जहाँ अहम् को चूर करने वाला राम भी चाहिए !
Comments