आप बेशकिमती हैं....आप हारे नहीं हीरे हैं, आप आम नहीं, खास हैं....!
आप कर सकतें हैं........आप बेशकिमती हैं........आप हारे नहीं, हीरे हैं......आप आम नहीं, खास हैं.....आप का कोई मोल नहीं, आप अनमोल हैं !
जी हाँ ,
आप में भी वही सारी विशेषताएं, गुण हैं जो आपको नींव से कंगूरे तक पहुंचा सकती
हैं.... पर इसके लिए आपको वो सब अपने अंदर से मानना होगा जो ऊपर कहा गया है !
जी हाँ आप
भी कर सकतें हैं, बस अपने बंधन खोल दें.......,
इस विचारधारा से मुक्त हों की- 'कोई तो यह काम कर रहा है' , पर कोई ही क्यों, आप क्यों नहीं?
अपने comfort zone से बाहर निकलिए, अपने दायरों से बाहर निकलिए देखिये इस जहान में हजारों, लाखों अवसर आपका इंतजार कर रहें हैं और जिन्हें आपकी 'कोई तो कर रहा है' वाली मानसिकता के चलते, कई लोग जो काबिल न होते हुए भी उन अवसरों का लाभ उठा आप से आगे है......!
इस विचारधारा से मुक्त हों की- 'कोई तो यह काम कर रहा है' , पर कोई ही क्यों, आप क्यों नहीं?
अपने comfort zone से बाहर निकलिए, अपने दायरों से बाहर निकलिए देखिये इस जहान में हजारों, लाखों अवसर आपका इंतजार कर रहें हैं और जिन्हें आपकी 'कोई तो कर रहा है' वाली मानसिकता के चलते, कई लोग जो काबिल न होते हुए भी उन अवसरों का लाभ उठा आप से आगे है......!
आप बेशकिमती
हैं , अपनी कीमत काम न आंकिए, आप सब्जी के वो आलू न बनें जिसको जब जरुरत पड़े, जो स्थान रिक्त
हो भर दिया जाए, सस्ते में आप filler न बनें ! अपनी कीमत खुद लगाएं अपनी काबिलियत को कम मत आंकें न
ही कम आंकने दें, वर्ना आप मंदिर की घंटी बन कर रह जाएंगे, हर कोई आएगा और बजा कर चला
जायेगा......और मंदिर की चौखठ पर ता-उम्र निकाल देंगें ! याद रखिए भगवान को ही हमेशा पूजा जाता है, घंटियों को नहीं.......और जब भगवान का महिमामंडन होता है तो
घंटियों का इस्तेमाल, सिर्फ बजाने के लिए किया जाता है ! इसका मतलब यह कतई
नहीं है की आप भगवान का स्थान लें या भगवान बनें......पर कम से कम घंटियाँ भी न बनें !
अपने आपको
सस्ते में न बेचें, अपना स्वाभिमान, अपनी पहचान जिन्दा रखिए........भीड़ का हिस्सा बनने
से बचें ! अपनी अलग पहचान बनाएँ- जीवन भर सिर्फ दर्शक ही न बने रहे....खेल को खिलाड़ी बन कर खेलिए, याद रखिये कीमत खिलाडी की लगती है......... दर्शक की नहीं !
आप बेशकिमती हैं, बशर्ते आप खेल रहें हैं, इसलिए खेलिए बजाए खेल देखने के.......हो सकता है आप हार जाएँ , हो सकता है आप कुछ हासिल न कर सकें....... लेकिन आपकी इस सफर में इस खेल में एक कीमत लग चुकी होगी क्योंकि अब आप दर्शक नहीं खिलाड़ी बन चुके होंगे, बस यही वह वक़्त होगा जब आपको अपने को और निखारने की जरुरत है ताकि आने वाला समय आपका हो......उस वक्त आपकी कीमत, आपके द्वारा तय होगी........ खेल भी आपका होगा , खिलाडी भी आप होंगे !
आप बेशकिमती हैं, बशर्ते आप खेल रहें हैं, इसलिए खेलिए बजाए खेल देखने के.......हो सकता है आप हार जाएँ , हो सकता है आप कुछ हासिल न कर सकें....... लेकिन आपकी इस सफर में इस खेल में एक कीमत लग चुकी होगी क्योंकि अब आप दर्शक नहीं खिलाड़ी बन चुके होंगे, बस यही वह वक़्त होगा जब आपको अपने को और निखारने की जरुरत है ताकि आने वाला समय आपका हो......उस वक्त आपकी कीमत, आपके द्वारा तय होगी........ खेल भी आपका होगा , खिलाडी भी आप होंगे !
लोगों के
लिए मंच बनाइये.......ताकि वह उस पर perform कर सकें, अपना टैलेंट धिका सकें, अपने आपको साबित कर सकें........ लेकिन आखिर
कब तक, दूसरे के लिए कब तक मंच बनाते रहेंगे, अब समय है उन मंचों पर आपको perform करने का जिन्हे आपने बनाया है पर प्रदर्शन किसी और का हो रह है !
जो मंच सोचिये आप दूसरे के perform करने के लिए तैयार कर सकतें हैं और उसके प्रदर्शन को यादगार और सफल बना सकतें हैं तो उसी मंच पर आप तो उससे कहीं बेहतर प्रदर्शन कर सकतें हैं, क्योंकि आपको उसकी जमीनी हकीकत का पता है........आपने ही उसकी सफलता की जमीन तैयार की है, तैयार जमीं पर, तैयार मंच पर- फसलें काटने वाले, प्रदर्शन करने वाले आपको बहुत मिल जायेंगे इनको आपको तलाशने की जरुरत नहीं पड़ेगी ! मंच तैयार करिए किन्तु उस पर प्रदर्शन भी आप ही का हो, बीज बोयें , जमीनें पर हल चलाइए किन्तु फसल भी आप ही की हो !
जो मंच सोचिये आप दूसरे के perform करने के लिए तैयार कर सकतें हैं और उसके प्रदर्शन को यादगार और सफल बना सकतें हैं तो उसी मंच पर आप तो उससे कहीं बेहतर प्रदर्शन कर सकतें हैं, क्योंकि आपको उसकी जमीनी हकीकत का पता है........आपने ही उसकी सफलता की जमीन तैयार की है, तैयार जमीं पर, तैयार मंच पर- फसलें काटने वाले, प्रदर्शन करने वाले आपको बहुत मिल जायेंगे इनको आपको तलाशने की जरुरत नहीं पड़ेगी ! मंच तैयार करिए किन्तु उस पर प्रदर्शन भी आप ही का हो, बीज बोयें , जमीनें पर हल चलाइए किन्तु फसल भी आप ही की हो !
तो जनाब आज से आप आम नहीं ......खास हैं, अपनी नजरों में भी और औरों की नज़र में भी ! ध्यान रखिए आप हारे हुए नहीं........ आप हीरें हैं, आप अनमोल हैं !
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